योग कॉपीराइट, पेटेंट और रॉयल्टी से मुक्त है, PM मोदी ने दिखाई भारत की 'स्ट्रेंथ'

Fixed Menu (yes/no)

योग कॉपीराइट, पेटेंट और रॉयल्टी से मुक्त है, PM मोदी ने दिखाई भारत की 'स्ट्रेंथ'



Writer: Vindhyawasini Singh
Published on 21 June 2023

पुरातन काल से ही भारत में योग की परंपरा रही है, यह तो हम सभी जानते हैं। वहीं हम सब यह भी जानते हैं कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में ही 21 जून को 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस' की घोषणा हुई। हालांकि इसमें कोई संदेह नहीं है योग को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने में बाबा रामदेव सहित तमाम लोगों का महत्वपूर्ण स्थान है, लेकिन इसे PM मोदी ने जिस तरीके से विश्व भर में एक साथ एक मंच पर लाने का कार्य किया है, वह निःसंदेह याद किया जाएगा। 

21 जून 2023 को जहां पूरा विश्व योग दिवस मना रहा है, वहीं पीएम मोदी इस बार अमेरिका के 4 दिन के दौरे पर न्यूयॉर्क शहर में मौजूद थे। अपने चिर परिचित अंदाज में पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां भी अपनी छाप छोड़ते हुए न्यूयॉर्क के संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के लॉन में योगाभ्यास का आयोजन किया था और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को सेलिब्रेट किया था। बता दे कि पीएम मोदी के इस योगाभ्यास सेशन में बड़ी-बड़ी प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। वहीं अंत में जब PM मोदी समारोह को संबोधित कर रहे थे, तो उन्होंने योग अभ्यास के महत्व प्रकाश डाला, और गर्व से कहा कि योग भारत से आता है और यह हमारी प्राचीन भारतीय परंपरा रही है। योग भारत में जीवन जीने का तरीका है और यह प्रकृति के साथ सद्भाव के साथ रहने का तरीका सिखाता है। 

वहीं इस संभाषण की सबसे महत्वपूर्ण बात की चर्चा की जाए तो, यह रही कि अपने चिर परिचित अंदाज में पीएम मोदी ने कहा कि योग पर किसी भी तरीके का 'कॉपीराइट, पेटेंट और रॉयल्टी' नहीं है और यह पूरी तरीके से फ्री है और पूरी दुनिया इसका आनंद ले सकती है। 

यहाँ कॉपीराइट, पेटेंट और रॉयल्टी की बात पर जोर दिया जा रहा है, क्योंकि जिस अमेरिका में खड़े होकर पीएम मोदी यह 3 शब्द (कॉपीराइट पेटेंट और रॉयल्टी) का  इस्तेमाल कर रहे थे, वहां पर यह तीनों ही शब्द बड़े ही महत्वपूर्ण है और काफी सीरियस तरीके से इन्हें लिया जाता है। बता दें कि अमेरिका कॉपीराइट, पेटेंट और रॉयल्टी पर बेहद अलर्ट है, वहां पर हर एक चीज इन तीनों के दायरे में आती है। कुछ भी यहाँ नया ईजाद हो तो तुरंत ही  इन तीनों के दायरे में ले लिया जाता है।

ऐसे में अमेरिका जैसी विश्व शक्ति के सामने खड़े होकर जब PM मोदी यह कहते हैं कि भारत योग की दावेदारी नहीं करता है और दुनिया के लिए मुफ्त है, तो एक झटके में ही भारत का कद अमेरिका से बड़ा दिखने लगा। यह पहली बार नहीं है जब PM मोदी इंटरनेशनल इवेंट में भारत की स्ट्रेंथ की बातें बड़े ही गर्व से कहते देखे गए हैं। तमाम कमियों के होने के बाद भी वो दुनिया से कहते हैं कि, भारत भविष्य का उभरता बाजार है, आईये भारत में व्यापर करिये क्यों की यहाँ आपका सामान बिक जायेगा।  

हालाँकि इसमें कोई संदेह नहीं है कि अमेरिका काफी संपन्न है और हम से बहुत आगे हैं, लेकिन जो हमारे पास है, उसको लेकर हमें गर्व से बात करने से किसने रोका है? और यहीं पर लोग गलती कर जाते हैं, जो उनके पास है , जो उनका स्ट्रेंथ है उसको पहचानने की बजाय लोग अपनी कमियों को ज्यादा फोकस करते हैं और आत्मविश्वास की कमी दिखाते हैं। 

तो आईये जानते हैं PM मोदी की इन गर्वपूर्ण से हमें क्या सीखना चाहिए। 

अपनी स्ट्रेंथ पर गर्व से बात करो 

पीएम मोदी की यह भावना प्रेरणादायक है और सीखने योग्य है कि कैसे अपनी स्ट्रेंथ  पहचाने जाए और उसके बारे में ज्यादा से ज्यादा बात की जाए। क्योंकि जब आप अपनी स्ट्रेंथ को जानते हैं, उसके बारे में बात करते हैं लोगों के मन में आपके लिए सम्मान की भावना उत्पन्न होती है। इसके अलावा आपका अपना कॉन्फिडेंस भी बढ़ता है, और जब आपके अंदर कॉन्फिडेंस रहेगा तो आप किसी भी कठिन अवस्था को आसानी से पार कर लेंगे। 

कमियों की चर्चा बाद में 

आपने कई लोगों को देखा होगा कि वो जब भी बात करते हैं सबसे पहले अपनी समस्या, अपनी कमियों की बात करते हैं और हर समय उनमें कॉन्फिडेंस की कमी नज़र आती है। हालांकि इसका यह कतई मतलब नहीं है कि, आप अपनी कमियों को इग्नोर कर दीजिये, उनकी बात ही ना कीजिये। आपको बस अपनी कमियों को अपने स्ट्रेंथ के बाद रखना है। अब जो कमियां हैं वो तो हैं, लेकिन पहले आप अपनी ताकत  पहचान लेंगे तो अपनी कमियां को भी दुरुस्त कर लेंगे। 

उम्मीद है यह भावना आप सब तक पहुँच पाई होगी। 









Liked this? 
We also provide the following services:


Disclaimer: The author himself is responsible for the article/views. Readers should use their discretion/ wisdom after reading any article. Article Pedia on its part follows the best editorial guidelines. Your suggestions are welcome for their betterment. You can WhatsApp us your suggestions on 9971861612.

Post a Comment

0 Comments