अयोध्या में रामलला के साथ ही करें इन मंदिरों के दर्शन

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अयोध्या में रामलला के साथ ही करें इन मंदिरों के दर्शन


Shri Ram Mandir Ayodhya (Pic: swarajyamag)



साल 2020 भले ही मुशीबतों भरा रहा हो लेकिन इस साल हिन्दू धर्म में गहरी आस्था रखने वाले लोगों के लिए अच्छा गुजरा क्योंकि इसी साल सुप्रीम कोर्ट से आये निर्णय के बाद श्री राम जन्मभूमि पर 'राम मंदिर' निर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ है। पहले जहाँ रामलला के दर्शन के लिए पाबंदियां हुआ करती थीं, वहां अब आराम से दर्शन किया जा सकता है। ऐसे में अगर आप प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या के दर्शन के लिए जा रहे हैं तो हम आपको बता दें कि अयोध्या नगरी में राम मंदिर के साथ ही और भी बहुत सारे दार्शनिक स्थल हैं जिन्हें आप जरूर देख सकते हैं। 

रामलला जन्मभूमि के दर्शन 
अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि के दर्शन अपने आप में भव्य और बेहद शुभ है। हालांकि मुगल शासक बाबर ने इस जगह को तोड़कर वहां पर मस्जिद का निर्माण करा दिया था, जो कारसेवकों द्वारा बाद में तोड़ दिया गया और अवशेष के रूप में उस जगह पर काफी लंबे समय से श्रीराम लला विराजमान हैं। दशकों तक यह मामला कोर्ट में चला और अब वहां भव्य मंदिर निर्माण का कार्य आरंभ किया जा रहा है।

सीता रसोईया
रामलला के दर्शन के बाद आप सीता माता के दर्शन भी लगे हाथों का लें। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि सीता रसोइया यानी की माता सीता की रसोई का स्थान, लेकिन हम आपको बता दें कि यह कोई रसोई का स्थान नहीं बल्कि एक मंदिर है। इसमें चारों भाइयों राम, भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न अपनी पत्नियों के साथ विराजमान हैं। इस मंदिर में इनकी बेहद खूबसूरत प्रतिमाएं लगाई गई हैं। वहीं प्रतीकात्मक रूप में रसोई के सामानों को भी रखा गया है। ऐसी मान्यता है कि यह समूचे मानव जाति के लिए अन्नपूर्णा के समान स्थान है।

दशरथ भवन
अयोध्या शहर के बीचों बीच स्थित है दशरथ भवन। यह महाराज दशरथ के निवास-स्थल के रूप में जाना जाता है और कहा जाता है कि राजा दशरथ उक्त स्थान पर ही रहते थे। इस जगह को बड़ा स्थान के नाम से भी जाना जाता है।

कनक भवन
कनक भवन मंदिर भी बेहद आकर्षक मंदिर है और यहां पर माता सीता और भगवान राम की मूर्तियां स्थापित हैं जिन्हें सोने के मुकुट पहनाए गए हैं। इस मंदिर के निर्माण कार्य को लेकर कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण टीकमगढ़ की महारानी ने 1891 ई. में कराया था।

हनुमानगढ़ी
अगर आप प्रभु श्री राम के दर्शन के लिए आए हैं और आप भक्त हनुमान के दर्शन ना करें तो आपकी यात्रा पूर्ण नहीं मानी जाएगी। इसीलिए आप जब भी अयोध्या जाएँ तो हनुमानगढ़ी के दर्शन जरूर करें। ऐसी मान्यता है कि अयोध्या में श्री राम के दर्शन से पूर्व हनुमान जी की आज्ञा लेनी होती है। हनुमानगढ़ी स्थित मंदिर, जहां हनुमान सबसे छोटे रूप यानी कि 6 इंच की प्रतिमा के रूप में विराजमान हैं। उनसे दर्शन कर प्रभु श्री राम की के दर्शन की आज्ञा ली जाती है।
 Shri Ram Mandir Ayodhya (Pic: tripadvisor)



नागेश्वरनाथ मंदिर
अयोध्या स्थित नागेश्वरनाथ मंदिर बेहद खूबसूरत मंदिर है और कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण प्रभु श्री राम के पुत्र कुश ने करवाया था। चूंकि कुश एक नागकन्या से प्रेम करते थे और वह नागकन्या भगवान शिव की अनन्य भक्त थी। इस हेतु उन्होंने नागेश्वर नाथ मंदिर का निर्माण करवाया।

त्रेता के ठाकुर
त्रेता के ठाकुर मंदिर का दर्शन भी आप जरूर करें। यह मंदिर अयोध्या नगरी में नया घाट पर स्थित है। कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण हिमाचल प्रदेश के राजा कुल्लू ने 300 वर्ष पूर्व करवाए थे।

बहु -बेगम मकबरा 
इसके अलावा आप अयोध्या आए हैं तो यहां से 8 किलोमीटर दूर बहु-बेगम के मकबरे को भी देखने जा सकते हैं। कहा जाता है कि यह मकबरा पूरब का ताजमहल है। इसके साथ ही यह मकबरा गैर मुगल शैली से निर्मित है जो कि अपने आप में अनोखा है।

गुप्तर घर
अयोध्या आने वाला हर व्यक्ति गुप्तर घर के दर्शन के लिए जरूर जाता है और कहा जाता है कि यह वही स्थान है, जहां प्रभु श्री राम ने ध्यान लगाकर सरजू नदी में जल समाधि ले ली थी।

अब तक अधिकांश लोगों को यही पता होगा कि अयोध्या में सिर्फ रामलला के मंदिर हैं लेकिन यहाँ आने के बाद आप सारी सच्चाई खुद ही जान पाएंगे। 




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