कोरोना वैक्सीन के लिए क्यों खतरनाक बताया जा रहा है “ड्राई आईस” को?

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कोरोना वैक्सीन के लिए क्यों खतरनाक बताया जा रहा है “ड्राई आईस” को?


 Dry Ice (Pic: longbeachice)


जब से देश भर में कोविड वैक्सीन की ड्राई रन (Dry Ice) शुरू हुई है, तब से इसे एक जगह से दूसरी जगह सुरक्षित ले जाने में इस्तेमाल होने वाले 'ड्राई आईस' पर भी चर्चा शुरू हो गयी है। 'ड्राई आइस कार्बन डाइ ऑक्साइड का ठोस रूप होती है। इसे ड्राई आइस इसलिए कहा जाता है क्योंकि जब यह गैस ठोस होती है तो बर्फ की तरह दिखाई देती है। 
कोविड वैक्सीन में इसका महत्वपूर्ण रोल यह है कि वैक्सीन को माइनस 70 डिग्री तापमान में रखने की जरूरत होगी। इसलिए ड्राई आईस (Covid Vaccine Has To Be Stored In Dry Ice) के पैक में लपेट कर इसे देश के अलग अलग कोनों में पहुँचाया जायेगा। लेकिन ड्राई आईस के साथ समस्या यह है कि यह सामान्य तापमान और लो प्रेशर में गैस में बदलने लगती है और यह खतरनाक भी होती है इसलिए हमें इन सावधानियों का पालन करना जरूरी है। 

भारत सरकार ने ड्राई आईसमें पैक की हुई कोरोना वायरस वैक्सीन को एयर कार्गो से ट्रांसपोर्ट करने को लेकर गाइडलाइन जारी की है। सरकार ने इस सन्दर्भ में 14  महत्वपूर्ण पॉइंट दिए हैं जिसको ध्यान में रखकर इनका ट्रांसपोर्ट किया जायेगा। 

भारत सरकार के लिए कोरोना वायरस की वैक्सीन को उत्पादन यूनिट से इस्तेमाल करने वाली जगह पर भेजना सबसे बड़ी चुनौती का काम है। कोरोना वायरस की वैक्सीन को ट्रांसपोर्ट करने के लिए एयर ट्रांसपोर्ट सबसे सुरक्षित साधन है, इसी कारण सरकार ने वैक्सीन के ट्रांसपोर्ट के लिए गाइडलाइन जारी किए हैं।
 
Dry Ice (Pic: bloomberg)


क्यों खतरनाक है ड्राई आईस 
ड्राई आईस -78 डिग्री से ज्यादा तापमान पर या सामान्य व वायुमंडलीय दाब पर  ठोस से सीधे गैस के रूप में पिघलने लगती है गैसिय अवस्था में ड्राई आईस बेहद हानिकारक होती है, इसीलिए एयर ट्रांसपोर्ट को बताना होगा कि जिस कार्गो विमान में ड्राई आईस पैक हुई कोविड-19 की वैक्सीन जाएगी उसमें कितनी ड्राई आईस जा सकती है। 

आईये जानते है वैक्सीन ट्रांसपोर्ट करने वाली कंपनी को कौन -कौन से रिस्क असेस्मेंट प्वाइंट की जानकारी देनी होगी। 

1. वैक्सीन ले जा रही कार्गो को कूल ड्राई आईस की मात्रा के भार की जानकारी देनी होगी। 
2. यात्रियों के केबिन में कार्बन डाइऑक्साइड डिटेक्टर मशीन होनी चाहिए जिससे केबिन में कार्बन डाई ऑक्साइड के इकट्ठे होने का पता लगाया जा सके। 

3. एयरक्राफ्ट की वेटिंलेशन सिस्टम की सामान्य और असामान्य स्थितियों की जानकारी देनी होगी। 

4. एयरक्राफ्ट में रखे अन्य तरह के सामानों के साथ ड्राई आईस ( Dry Ice) दूर रखना होगा। 

5. ड्राई आईस वाले एयरक्राफ्ट में लें जाने वाले या अन्य लोगों के बारे में जानकारी। 

6. एयरक्राफ्ट के अंदर और बाहर के हैंडिंग की ट्रेनिंग स्टाफ को देनी होगी। 

7. डिपार्चर और अराइवल वाली जगहों पर तापमान का पूर्वानुमान होना चाहिए जिससे बर्फ के गलने की दर पता चल सके। 

8. वैक्सीन की पैकेजिंग से गैस लीक होने पर संभावित गैस प्रेशर का अनुमान लगाया जाए। 

9. पैकेजिंग के स्थान पर ज्यादा देर तक रहने पर पड़ने वाले प्रभाव की जानकारी होनी चाहिए। 

10. अलग-अलग एयरपोर्ट या एयरपोर्ट विशेष ग्राउंड हैंडलिंग कंडीशन। 

11. यात्री केबिन में वैक्सीन ले जाने की स्थिति में कार्बन डाइऑक्साइड का लेवल न बड़े इस संबंध में तकनीकी सावधानियां। 

13. अनुमानित डायवर्जन टाइम और अल्टरनेट रूट। 

13. एयरक्राफ्ट और सिस्टम कंफिगरेशन के अन्य बिंदुओं के साथ तालमेल। 

14. पैकेजिंग के स्थान पर अनुमान से अधिक देर होने पर या ढीले होने पर मटेरियल पर प्रभाव। 

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Web Title: Premium Hindi Content on...Covid Vaccine Has To Be Stored In Dry Ice

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