गाड़ी चलाना आजकल के समय में ना केवल पैशन है बल्कि जरूरत भी बन चुका है। अन्य प्रोफेशनल डिग्रियों के जैसे ही आजकल 18 साल के होते ही सबके पास ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अप्लाई कर कर देना आम बात हो गयी है।
इतना ही नहीं लोग प्रोफेशनल इंस्टीटूट या फिर घर में बड़ों के संरक्षण में जैसे-तैसे गाड़ी चलाना भी सीख ही लेते हैं।
हालांकि सिर्फ गाड़ी चला भर लेना और एक कुशल ड्राइवर होने में बेहद फर्क होता है। आज हम आपको बताएंगे कि एक कुशल ड्राइवर के अंदर क्या-क्या खूबियां होनी चाहिए।
अपनी गाड़ी को जानें
अगर आप गाड़ी चलाना जान गए हैं और आपने कोई गाड़ी ले ली है, चाहे वह दोपहिया हो या चार पहिया, तो सबसे पहले आप अपने गाड़ी के बारे में समझें। कहने का मतलब यह है कि गाड़ी के फंक्शन को बेहतर तरीके से जानें!
न केवल क्लच, गियर, ब्रेक और एक्सीलेरेटर, बल्कि किस स्पीड पर कौन सा गियर लगाना चाहिए, कब डाउन करना चाहिए इत्यादि की समझ भी आपको होनी चाहिए। हालाँकि, इसका इंडिकेटर अधिकांश गाड़ियों में आता है और वैसे भी आटोमेटिक गाड़ियां बड़ी तेजी से मार्किट में बिकने लगी हैं।
अगर आपको गाड़ी आटोमेटिक है, तब भी आपको उसमें मौजूद अन्य फंक्शंस को समझ लेना चाहिए, ताकि गाड़ी चलाते समय आप किसी फंक्शन को लेकर डिस्टर्ब न हों।
ड्राइविंग सीट की सेटिंग
एक अच्छे चालक को फोर व्हीलर की सीट की पोजीशन को अपनी सुविधा के अनुसार सेट करने की कला आनी चाहिए। इससे यह फायदा होता है कि आपको बार-बार उठ उठ कर झांकना नहीं पड़ेगा। अगर सीट आरामदायक पोजीशन में है तो आपके शरीर में भी कोई परेशानी नहीं आएगी और आप आराम आसानी से आगे व्यू को देख पाएंगे।
स्टीयरिंग पर पकड़
जब नए-नए पर कोई गाड़ी चलाता है तो उसे स्टीयरिंग के कंट्रोल के बारे में इतनी समझ नहीं होती है। अधिकांश लोग स्टीयरिंग को बेहद टाइट ढंग से पकड़ लेते हैं। ऐसा करने से आपके हाथों में दर्द होगा और आप कम्फर्टेबल महसूस नहीं कर पाएंगे।
एक कुशल ड्राइवर को अपने स्टीयरिंग पर कमांड करने का तरीका बेहतर तरीके से पता होना चाहिए। वहीं कभी भी गाड़ी की स्टीयरिंग को एक हाथ से पकड़ने की गलती ना करें, बल्कि दोनों हाथों से और हल्के तरीके से पकड़ें।
व्यू मिरर की सेटिंग
जब भी आप गाड़ी में बैठें तो सबसे पहले अपनी गाड़ी के दोनों तरफ लगे 'व्यू मिरर' को सही तरीके से एडजस्ट कर लें, ताकि आपको पीछे से आ रहे वाहनों की सटीक जानकारी मिल सके। एक कुशल ड्राइवर बार-बार खिड़की से बाहर नहीं देखता बल्कि वह अपनी गाड़ी में लगे रियर व्यू-मिरर का प्रयोग करता है।
नए लोगों को इसका प्रयोग करने का बराबर अभ्यास करना चाहिए और इसी से आप सटीकता से अपनी गाड़ी ड्राइव कर सकेंगे।
एकाग्रता
गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर के अंदर सबसे बड़ी खूबी की बात कही जाये तो वह है उसकी एकाग्रता। अगर आपके अंदर एकाग्रता की कमी है और आप एकाग्र होकर गाड़ी नहीं चलाते हैं, तो बहुत मुमकिन है कि आपका एक्सीडेंट हो जाए।
इसीलिए गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर के लिए यह पहली शर्त है कि वह एकाग्रता को धारण करे।
हार्न का सही इस्तेमाल
कई बार देखने को मिलता है कि रोड पर लोग बेवजह हार्न बजाते हैं, जो दूसरों को डिस्टर्ब ही करता है। अतः आपको हार्न को लेकर सजग रहना चाहिए और जहाँ जरुरत हो वहीं इसका प्रयोग करना चाहिए।
जाम होने की स्थिति में धैर्य बनाये रखें।
स्पीड का सही ज्ञान
अगर आप रोड पर गाड़ी चला रहे हैं तो आपको यह जानना बेहद आवश्यक है कि आपकी गाड़ी का स्पीड कितनी होना चाहिए?
जिस तरीके की रोड हो आप अपनी गाड़ी का स्पीड उसी हिसाब से ही रखें। आप ध्यान देंगे तो पाएंगे कि हर रोड के किनारे बोर्ड पर यह अंकित होता है कि अपनी गाड़ी की स्पीड कितनी रखनी है। याद रहे तेज स्पीड में गाड़ी चलाना आपके साथ ही दूसरों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है।
इसके आलावा और भी बहुत सारी बातें हैं, जो एक कुशल ड्राइवर को ध्यान रखनी चाहिए जैसे: गाड़ी चलाते हुए फोन पर बात ना करना, ट्रैफिक नियमों का पालन करना आदि।
आप भी अपने सुझावों को कमेन्ट-सेक्शन में अवश्य डालें!
See, which Industries we are covering for Premium Content Solutions!
Web Title: How To Be Good-Driver Article In Hindi
इतना ही नहीं लोग प्रोफेशनल इंस्टीटूट या फिर घर में बड़ों के संरक्षण में जैसे-तैसे गाड़ी चलाना भी सीख ही लेते हैं।
हालांकि सिर्फ गाड़ी चला भर लेना और एक कुशल ड्राइवर होने में बेहद फर्क होता है। आज हम आपको बताएंगे कि एक कुशल ड्राइवर के अंदर क्या-क्या खूबियां होनी चाहिए।
How To Become a Good Driver (Pic: hpi) |
अपनी गाड़ी को जानें
अगर आप गाड़ी चलाना जान गए हैं और आपने कोई गाड़ी ले ली है, चाहे वह दोपहिया हो या चार पहिया, तो सबसे पहले आप अपने गाड़ी के बारे में समझें। कहने का मतलब यह है कि गाड़ी के फंक्शन को बेहतर तरीके से जानें!
न केवल क्लच, गियर, ब्रेक और एक्सीलेरेटर, बल्कि किस स्पीड पर कौन सा गियर लगाना चाहिए, कब डाउन करना चाहिए इत्यादि की समझ भी आपको होनी चाहिए। हालाँकि, इसका इंडिकेटर अधिकांश गाड़ियों में आता है और वैसे भी आटोमेटिक गाड़ियां बड़ी तेजी से मार्किट में बिकने लगी हैं।
अगर आपको गाड़ी आटोमेटिक है, तब भी आपको उसमें मौजूद अन्य फंक्शंस को समझ लेना चाहिए, ताकि गाड़ी चलाते समय आप किसी फंक्शन को लेकर डिस्टर्ब न हों।
ड्राइविंग सीट की सेटिंग
एक अच्छे चालक को फोर व्हीलर की सीट की पोजीशन को अपनी सुविधा के अनुसार सेट करने की कला आनी चाहिए। इससे यह फायदा होता है कि आपको बार-बार उठ उठ कर झांकना नहीं पड़ेगा। अगर सीट आरामदायक पोजीशन में है तो आपके शरीर में भी कोई परेशानी नहीं आएगी और आप आराम आसानी से आगे व्यू को देख पाएंगे।
स्टीयरिंग पर पकड़
जब नए-नए पर कोई गाड़ी चलाता है तो उसे स्टीयरिंग के कंट्रोल के बारे में इतनी समझ नहीं होती है। अधिकांश लोग स्टीयरिंग को बेहद टाइट ढंग से पकड़ लेते हैं। ऐसा करने से आपके हाथों में दर्द होगा और आप कम्फर्टेबल महसूस नहीं कर पाएंगे।
एक कुशल ड्राइवर को अपने स्टीयरिंग पर कमांड करने का तरीका बेहतर तरीके से पता होना चाहिए। वहीं कभी भी गाड़ी की स्टीयरिंग को एक हाथ से पकड़ने की गलती ना करें, बल्कि दोनों हाथों से और हल्के तरीके से पकड़ें।
व्यू मिरर की सेटिंग
जब भी आप गाड़ी में बैठें तो सबसे पहले अपनी गाड़ी के दोनों तरफ लगे 'व्यू मिरर' को सही तरीके से एडजस्ट कर लें, ताकि आपको पीछे से आ रहे वाहनों की सटीक जानकारी मिल सके। एक कुशल ड्राइवर बार-बार खिड़की से बाहर नहीं देखता बल्कि वह अपनी गाड़ी में लगे रियर व्यू-मिरर का प्रयोग करता है।
नए लोगों को इसका प्रयोग करने का बराबर अभ्यास करना चाहिए और इसी से आप सटीकता से अपनी गाड़ी ड्राइव कर सकेंगे।
एकाग्रता
गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर के अंदर सबसे बड़ी खूबी की बात कही जाये तो वह है उसकी एकाग्रता। अगर आपके अंदर एकाग्रता की कमी है और आप एकाग्र होकर गाड़ी नहीं चलाते हैं, तो बहुत मुमकिन है कि आपका एक्सीडेंट हो जाए।
इसीलिए गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर के लिए यह पहली शर्त है कि वह एकाग्रता को धारण करे।
हार्न का सही इस्तेमाल
कई बार देखने को मिलता है कि रोड पर लोग बेवजह हार्न बजाते हैं, जो दूसरों को डिस्टर्ब ही करता है। अतः आपको हार्न को लेकर सजग रहना चाहिए और जहाँ जरुरत हो वहीं इसका प्रयोग करना चाहिए।
जाम होने की स्थिति में धैर्य बनाये रखें।
स्पीड का सही ज्ञान
अगर आप रोड पर गाड़ी चला रहे हैं तो आपको यह जानना बेहद आवश्यक है कि आपकी गाड़ी का स्पीड कितनी होना चाहिए?
जिस तरीके की रोड हो आप अपनी गाड़ी का स्पीड उसी हिसाब से ही रखें। आप ध्यान देंगे तो पाएंगे कि हर रोड के किनारे बोर्ड पर यह अंकित होता है कि अपनी गाड़ी की स्पीड कितनी रखनी है। याद रहे तेज स्पीड में गाड़ी चलाना आपके साथ ही दूसरों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है।
इसके आलावा और भी बहुत सारी बातें हैं, जो एक कुशल ड्राइवर को ध्यान रखनी चाहिए जैसे: गाड़ी चलाते हुए फोन पर बात ना करना, ट्रैफिक नियमों का पालन करना आदि।
आप भी अपने सुझावों को कमेन्ट-सेक्शन में अवश्य डालें!
क्या आपको यह लेख पसंद आया ? अगर हां ! तो ऐसे ही यूनिक कंटेंट अपनी वेबसाइट / डिजिटल प्लेटफॉर्म हेतु तैयार करने के लिए हमसे संपर्क करें !
See, which Industries we are covering for Premium Content Solutions!
Web Title: How To Be Good-Driver Article In Hindi
0 Comments